Tata Steel Share Price : Tata Steel ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी का Q2 शुद्ध मुनाफा 272% बढ़कर ₹3,102 करोड़ हो गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹833 करोड़ था। कंपनी की कुल आय 9% बढ़कर ₹58,689 करोड़ रही। भारत में कंपनी ने अपने प्रोडक्शन क्षमता में 8% की बढ़ोतरी की है, और डिलिवरी में 17% ग्रोथ दिखी। EBITDA मार्जिन भी लगातार बेहतर हो रहा है, जो इस तिमाही में 16% तक पहुंच गया।
ऑर्डर बुक और वित्तीय स्थिति
Tata Steel फिलहाल भारत और यूरोप दोनों बाजारों में ऑपरेट कर रही है। कंपनी का कुल कर्ज ₹95,643 करोड़ है, लेकिन इसके ऑपरेशनल कैश फ्लो और EBITDA की वजह से कंपनी की फंडामेंटल स्थिति मजबूत है। Tata Steel अपने उत्पादों की रेंज बढ़ा रही है, नए संयंत्र और टेक्नोलॉजी लेकर आ रही है, जिससे भविष्य में ऑर्डर बुक मजबूत रहने की उम्मीद है।
हालिया नतीजे और मुख्य ग्रोथ फैक्टर्स
तिमाही नतीजों में कंपनी ने कच्चे स्टील का प्रोडक्शन 7.5 मिलियन टन तक पहुंचाया। लागत नियंत्रण, नई तकनीकों का इस्तेमाल, और क्रूड स्टील का अधिक उत्पादन – यह कंपनी के ग्रोथ के मुख्य कारण रहे। Automotive और हाई-एंड सेगमेंट में नए प्रोडक्ट होने से Tata Steel आगे भी अच्छा प्रदर्शन करने को तैयार है। कंपनी “Turnaround 2.0” प्रोग्राम के तहत हर साल ₹10,000 करोड़ की बचत का टारगेट लेकर चल रही है।
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अगले 5 साल के शेयर टारगेट्स
| वर्ष | अनुमानित टारगेट (₹) |
|---|---|
| 2026 | 320 – 340 |
| 2027 | 430 – 460 |
| 2028 | 590 – 650 |
| 2029 | 710 – 900 |
| 2030 | 1000 – 1350 |
ये टारगेट्स अलग-अलग एनालिस्ट रिपोर्ट और वेबसाइट्स के अनुसार हैं। इनका चयन कंपनी के वित्तीय हालात, इंडस्ट्री ट्रेंड्स, और ग्रोथ प्रोजेक्शन्स के आधार पर किया गया है। शेयर प्राइस की दिशा बाजार की परिस्थितियों, आर्थिक बदलाव और मैनेजमेंट की स्ट्रेटेजी पर निर्भर करेगी।
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मुख्य ग्रोथ फैक्टर्स
- कच्चे माल की लागत में नियंत्रण
- प्रोडक्शन और डिलिवरी में लगातार वृद्धि
- नई तकनीकों, डिजिटल सॉल्यूशन और ऑटोमेशन
- Automotive एवं Specialty Steel सेक्टर में विस्तार
- ESG और Sustainability Initiatives
Disclaimer
यह लेख केवल जानकारी के लिए है। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल कंसल्टेंट या एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। शेयर बाजार में जोखिम होता है, अनुमानित टारगेट्स समय के साथ बदल सकते हैं।

